Seedha Vaar
Tuesday 9 April 2013
Thursday 22 September 2011
महंगाई देश का विनाश :- आज के समय में देश में अगर कोई समस्या है तो वो है महंगाई .......और इस समस्या से हर इन्सान जूझ रहा है | यह समस्या केवल देश के बड़े नेताओ के कारण ही उत्पन्न होती है | जो केवल स्वार्थी है और लोगो के बारे में ना सोच कर केवल अपने बारे में सोचते है और महंगाई को एक नई राह देते है जिस पर कोई लगाम नहीं लगा पाता, आज के समय में आम इंसान अपना पालन- पोषण तक तो नहीं कर पता तो इस महंगाई का सामना कैसे कर सकता है | इन्सान की आमदनी तो इतनी है ही नही की वो ठीक से रह पाए ....महंगाई की मार झेलना तो बड़ा मुश्किल . काम है | इंसान ऐसे में क्या करेगा............ मरने के अलावा , उसके पास और कोई चारा होगा ही नहीं |
महंगाई की मार ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है सब्जी और अनाज के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं। भाव सुनकर खरीददार के होश उड़ जाते हैं। उधर सरकार सिर्फ आंकड़ों के खेल में व्यस्त है, और आम आदमी खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। अब तो आप भी समझ गए होंगे की असली आरोपी कोन है जो देश को लूट रहा है .....अगर वो दिगज नेता अपने गिरेवान में झाक कर देखे तो उन लोगो को दाल- आटे का भाव पता चल जायेगा और जनता के बारे में बिना सोचे ही उठा देते है कदम| वो शायद यह भूल जाते है की उनको आम आदमी से ख़ास आदमी , आम आदमी ने ही बनाया है ... आप को क्या लगता है की देश का भविष्य ऐसे लोगो के हाथ में सोंपना ठीक होगा क्या ?????? जरा सोचिये ! यह बड़ा चिंता का विषय है
महंगाई की मार ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है सब्जी और अनाज के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं। भाव सुनकर खरीददार के होश उड़ जाते हैं। उधर सरकार सिर्फ आंकड़ों के खेल में व्यस्त है, और आम आदमी खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। अब तो आप भी समझ गए होंगे की असली आरोपी कोन है जो देश को लूट रहा है .....अगर वो दिगज नेता अपने गिरेवान में झाक कर देखे तो उन लोगो को दाल- आटे का भाव पता चल जायेगा और जनता के बारे में बिना सोचे ही उठा देते है कदम| वो शायद यह भूल जाते है की उनको आम आदमी से ख़ास आदमी , आम आदमी ने ही बनाया है ... आप को क्या लगता है की देश का भविष्य ऐसे लोगो के हाथ में सोंपना ठीक होगा क्या ?????? जरा सोचिये ! यह बड़ा चिंता का विषय है
Wednesday 20 April 2011
शिक्षा के नाम पर धोखा :- मेरे प्यारे दोस्तों आज मै आप को कुछ ऐसा बताने वाला हूँ | जिसके बारे मे आप सभी जानते तो है लेकिन ..जानने के बावजूद भी नहीं जानते ..आप सभी को पता है कि आज का समय बड़ा ही संघर्ष का समय है लेकिन इस संघर्ष के समय मे जीवन बिताना बड़ा ही मुश्किल काम है | दोस्तों अब मै और जायदा बात ना करते हुए आप सभी को सीधे मुद्दे पर लाता हूँ | आज के समय मे महंगाई इतनी बढ़ गई है कि लोग अपना जीवन सही से व्यतीत नहीं कर पाते .. तो बच्चो को पढाना तो बड़ा ही मुश्किल काम है और अगर बच्चो को पढ़ाने कि कोशिश करते है तो यह शैक्षिक संस्थान वाले इन्हें लूट लूट कर खा जाते है और इनके खाने के तरीके बड़े ही अजीबो - गरीब होते है....
Friday 8 April 2011
'बाल ही तो खींचे है, कोई बलात्कार तो नहीं किया'
यह घटना बैंगलोर की है | ट्रैफिक पुलिस के एक कांस्टेबल द्वारा चलते स्कूटर से एक लड़की के बाल खींचकर घसीटने के मामले में पुलिस के शर्मनाक और गैर-जिम्मेदाराना बयान को लेकर हंगामा मचा हुआ है। लड़की जब कांस्टेबल की शिकायत लिखाने थाने पहुंची तो कमिश्नर से कहा, की आपके कांस्टेबल ने मेरे बाल खींचे है 'तब कमिश्नर ने कहा केवल बाल ही तो खींचे है, कोई बलात्कार तो नहीं किया ?'....अब आप ही बताओ इस देश का क्या होगा ?इस देश की लडकियो का क्या होगा ? जब देश के सुरक्षाकर्मी ही ऐसा बयान देंगे तो ! जरा सोचिये ! क्यों दिया है इनके हाथो में सुरक्षा का जिम्मा ....??? क्यों आखिर रखा जाता है इन्हें ?
Subscribe to:
Posts (Atom)